समाचार-पत्र
(Noted by Reetesh Kr. Das Sir (M.A, B.ed)
प्रस्तावना:
समाचार पत्र एक ऐसा साधन है जो हमें देश और विदेशों में घटित घटनाओं की जानकारी देता है। घर बैठे ही आसानी से हम उन घटनाओं को समाचार पत्र के जरिए प्राप्त कर लेते हैं। समाचार पत्र को अखबार भी कहा जाता है। किसी भी देश के लिए समाचार पत्र ही संचार का प्रमुख साधन होता है। आज संचार के बहुत से साधन उपलब्ध है। जैसे- रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट आदि आदि। लेकिन समाचार पत्र का उपयोग सदियों से होता आया है। समाचार पत्र बहुत ही शक्तिशाली यंत्र है। जो व्यक्ति के आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को विकसित करने में मदद करता है।
समाचार पत्र का जन्म:
कहा जाता है कि समाचार पत्र का जन्म सबसे पहले चीन में हुआ, क्योंकि छपाई का काम पहले वही शुरू हुआ था। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि इसकी शुरुआत इटली के रूम से हुई थी। भारत में इसकी शुरुआत अंग्रेजो के द्वारा हुई। 'दि बंगाल गैजेट' नाम से सन 1780 ई. में कोलकाता में इसका श्रीगणेश हुआ था। फिर देखते ही देखते एक एक करके कई समाचार पत्रों का जन्म हुआ और आज भारत में लगभग सभी भाषाओं में समाचार पत्र छापी जाती है।
समाचार पत्र का महत्व:
समाचार पत्र हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह समाचार पत्र आम जनता को विश्व में होने वाली सभी घटनाओं के बारे में जानकारी देता है। जैसा कि हम जानते हैं कि हमारा भारत देश बहुभाषी देश है, तो भारत में लगभग सभी भाषाओं में समाचार पत्र उपलब्ध है। इन समाचार पत्रों के जरिए लोग देश की राजनीतिक, शिक्षा, व्यापार, खेल आदि जैसे विषयों की जानकारी घर बैठे ही प्राप्त कर लेते हैं। रोजाना अखबार पढ़ने से लोगों में जागरूकता के साथ ज्ञान की वृद्धि होती है। आज बड़े-बड़े लोग सुबह उठकर समाचार पत्र को पढ़ना पसंद करते हैं। यही कारण है कि आज समाचार पत्र की मांग बहुत अधिक है। कोई नौकरी की तलाश में समाचार पत्र पड़ता है। तो कोई व्यापार से संबंधित विषयों की जानकारी के लिए तो कोई राजनीतिक विषयों को लेकर पत्र पड़ता है।
समाचार पत्र के प्रकार:
समाचार पत्र कई प्रकार के होते हैं। जैसे- दैनिक, साप्ताहिक, मासिक आदि। इन सब में दैनिक समाचार की मांग अधिक है। इसमें दिनभर की खबरें शामिल होती है। साप्ताहिक पत्र में साप्ताहिक भर के समाचार को एकजुट करके पेश किया जाता है। मासिक पत्रिका अर्थात मैगजीन के जरिए हम किसी विशेष व्यक्तियों की जीवनी तथा उनके उपलब्धियों को जान सकते हैं।
समाचार पत्र की उपयोगिता:
समाचार पत्र संचार का सबसे बड़ा माध्यम है। समाचार पत्र से हमें देश विदेशों की खबरें तो मिलती ही है, साथ ही साथ हमें भी अगर कुछ छपवाना है तो छपवा सकते हैं। जैसे अगर कोई अपने द्वारा लिखी गई कविताएंँ या कहानियों को छपवाना चाहता है तो वह छपवा सकता है। व्यापार से संबंधित विज्ञापन हो या नौकरी का इश्तिहार वह छपवा सकता है। अतः समाचार पत्र संचार का एक शक्तिशाली माध्यम है।
उपसंघार:
आज समाचार पत्र समाज को बदलने की शक्ति रखता है। समाचार पत्र में जो भी छपता है उसका सीधा प्रभाव पढ़ने वाले पर भी पड़ता है। इसलिए समाचार लिखने वाले और संपादकों का यह दायित्व है कि वह सच्ची खबरें ही छापे। समाज को उत्तेजित करने वाले खबरों को न छापे। ऐसा करने से समाज पर इसका बुरा असर पड़ता है।